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लाककथा अध्ययनमी ऐतिहासिक भौगोलिक पति
पूग पाडे छे पण ते आ रीते कामगीरी करे छे ते पूर्व एमनो कथा-संकलनकारवडे उपयोग थयेलो होवो जोईए. कथा-सकलनकार एने कथात्मक भने कलात्मक एकतामां एकटा आणे छे. पोतानो कथाने रसिक बनाववा अर्थे नवा कथाघटकोनी पण ते शोध करे छे. पण सामान्यतः तो ते सामान्य भंडारनी भामग्रोनो घणो बधो उपयोग करे छे.
ऐतिहासिक-भौगोलिक पद्धति अनुसार कथाघटकनी अन्वेषणा करी शकाती नथी तेवु आर्नेनुं मंतव्य सुधारा साथे स्वीकारी शकाय तेम छे. मा सर्वनो आधार कथाघटको प्रमाणमा केटला सादा छे एना पर छे. उदाहरण अर्थे 'विघ्नयुक्त पलायन-दोड' [Obstacle Flight). पलायन करनार व्यक्ति पोतानी पाछळ जादुई वस्तुओ नांवे छे जे विघ्नरूप बनी जाय छे अने पीछो करनारने विलंब को ले ए कथाघटक अनेक कथामां आवे छे. पण ते स्वतंत्र रीते अस्तित्व धरावती कथा नथी. ते हमेशां कोई ने कोई सकुल-कथाना एक खेडरूपे ज प्राप्त थाय छे. तेम रतां स्वयं आनेए ज माना पर प्रबंध [Monograph] लख्यो छे. एमानां नीचेना मुद्दाओमा विभिन्नता [variation] सांपडे छे.
१. पलायन करनार व्यक्ति. २. फेकवामां आवेला पदार्थ नी संख्या. ३. विविध पदाथे फेंकवामां आवे छे. ४. विविध विन्नो उपस्थित करवामां आवे छे. ५ पीछो करनार व्यक्ति ६ विविध कथा प्रकृतिमो [Tale-type] के जेनी साथे ते सलग्न होय. ७. पर्नु संबंधित कथा साथेनु समिश्रण जेम के रूपपरिवर्तन पामेल पला
यन करनार व्यक्तिओ.
ग्यां ज्यां विभिन्नता [varnation] होय छे त्या त्यां आ पद्धति प्रमाणे अ-याम थई शके छे. मा सिद्धान्त स्थानिक परंपरा दंतकथा [Saga] भने एक प्रसगयुक्त कथाने पण लागु पाडी शकाय छे.
आर्नेना कथाघटक अंगेना विचार प्रत्येना विरोधोमांथी कोई पण विरोध कोई पण रीते ऐतिहासिक-भौगोलिक पद्धतिने कथा-प्रकृति [Taletype] परत्वे