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-जैन मित्र के वयोवृद्ध संपादक श्री उल्लेखनीय सेवाओं को दृष्टि में रखकर मूलचन्द किसनदासजी कापड़िया की ९५वीं जैन भारती प्रकाशन, बड़ौत (मेरठ) ने वर्षगांठ पर उनका अभिनन्दन करने के उन्हें अभिनन्दन-ग्रन्थ भेंट करने का लिए श्री कापड़ियाजी अभिनन्दन-ग्रन्थ निश्चय किया है। प्रकाशित किया जा रहा है।
-दिल्ली प्रशासन द्वारा बाल अधि-वरिष्ठ लेखक और संपादक पं. नियम १९६१ के अन्तर्गत शकुन प्रकाशन परमेष्ठीदासजी जैन की विशिष्ट सेवाओं के संचालक श्री सुभाष जैन को प्रथम श्रेणी को ध्यान में रखकर उनके अभिनन्दन का का ऑनरेरी मजिस्ट्रेट मनोनीत किया है। आयोजन करने का निश्चय किया गया है। इस अवसर पर एक अभिनन्दन-ग्रन्थ भी -जैन मठ, मूलबिद्री में ३१ दिस प्रकाशित किया जा रहा है।
को भगवान् महावीर भवन का शिलान्यास
सुप्रसिद्ध उद्योगपति श्री श्रेयांसप्रसाद जैन -सुप्रसिद्ध समाजसेवी, वयोवृद्ध और द्वारा किया जा रहा है । 'जैन-जगत्' के संपादक श्री रिषभदासजी रांका का पूना में उनके निवास स्थान पर -अ. भा. दिगम्बर जैन युवा-परिषद गत १० दिसम्बर को ७५ वर्ष की आयु में बड़ौत द्वारा दिगम्बर जैन युवा सम्मेलन निधन हो गया। वे पिछले दो वर्षों से ब्लेडर किसी तीर्थक्षेत्र पर आयोजित किया के कैंसर से पीड़ित थे। फिर भी अपने जायेगा। अंगीकृत संपादन व सेवा-कार्य में तत्पर थे।
-बारहवाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार बंगला -इन्दौर में म. प्र. तृतीय अणुव्रत- उपन्यासकार श्रीमती आशापूर्णादेवी को सम्मेलन के निमित्त प्रकाशित 'अणुव्रत- उनके उपन्यास 'प्रथम प्रतिश्रुति' पर प्रदान ज्योति' का विमोचन गत ११ दिसम्बर को किया गया है ।। मुनिश्री मोहनलालजी 'शार्दूल' के सान्निध्य में संपन्न हुआ।
-१९७७ का लक्ष्मीदेवी जैन पुरस्कार
सर्वश्री वीरेन्द्रकुमार जैन (बम्बई), डा. --'वीर', मेरठ का साहू शान्तिप्रसाद देवेन्द्रकुमार शास्त्री (नीमच), डा. भागजैन स्मृति-विशेषांक फरवरी, ७८ में प्रका- चन्द्र जैन (दमोह), डा. नरेन्द्र भानावत शित किया जा रहा है।
(जयपुर) और डा. राजेन्द्र गर्ग (मेरठ)
को जैन कालेज बड़ौत (मेरठ) के प्रांगण -'जैन जगत', बम्बई स्व. श्री शान्ति- में १८ दिसम्बर को पूज्य उपाध्याय मुनिश्री प्रसाद जी जैन और स्व. रिषभदासजी विद्यानन्दजी के सान्निध्य में आयोजित रांका की स्मृति में शीघ्र ही 'श्रद्धांजलि- समारोह में प्रदान किया गया । केन्द्रीय अंक' प्रकाशित कर रहा है।
विदेश मंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी
मुख्य अतिथि थे। -आगमपथ, दिल्ली द्वारा फरवरी में स्व. ब्र. शीतलप्रसाद-स्मृति-अंक प्रका- -जैन विश्व भारती लाडनूं के अन्तर्गत शित किया जा रहा है।
तुलसी आध्यात्म नीडम् के तत्त्वावधान में
एक अष्ट दिवसीय प्रेक्षा ध्यान शिविर -पं बाबूलालजी जैन जमादार की आचार्य श्री तुलली के सान्निध्य में और
चौ. ज. श. अंक
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