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अनुसन्धान-७८
सर्वविरतिनो संग, मुंकाणु निज' करमथी देशविरति धरि रंग, परवतिथि पोषह करि ॥२॥ सामायक बि वार, सो करि सांझ सवारनी राति पणि दुविहार, परभाति पोरिसि वली ॥३॥
[ ढाल-९]
राग - → सारिंग - ।
हुँ [उ]५८ आरि रसिआ रे साहिबा - ए देशी बइठक मंदिर बाहिरई, दडेबड उदडी राय, मोरा लाल तिहां पशमीनि मुखमली, गिलम दुलिचा बिछाय, मो० ॥१॥ मनरो लूखो रे भोजमइ, दि६१ दिन प्रति प्रतिबोध, मो० म० ॥ आकणी केशरीआ वागा करी, चूआ अवल लगाय मो० सूंधासू सोर मिसमिसो, बइसइ बिठक आय, मो० ॥२॥ म० . ले मिठाई नवनवी, पांन डबी ले पासि, मो० टोडर ६२छाबई फूलरां, धरि बइंसि सुविलास, मो० ॥३॥ म० विसनी नर आवि जि के, वेश्यावाडा माहिं मो० ताणी करशुं तेहनि, बिसारि उच्छाहि मो० ॥४॥ म० दे मीठाई दोलती, दे बिडां दो च्यार मो० चूआ लोइनि ठवी, कंठि कुसुमरा हार मो० ॥५॥ म० सरस सलूणा साहिबा, तुहमे आया किण कामि मो० पूछी आदरस्युं पछि, समझावि सुणि स्वामि मो० ॥६॥ म० कहु गुण गणिकामां किस्यो, पडिआ जें तुमे पासि मो० विट५ अनेक आविं इहां, तेणे मुख चुंबित जास मो० ॥७॥ म० ५६. संवरविरति - अ। ५७. मुझ - अ-ब-क। ५८. वारि - अ । ५९. सुंदर ओढीक भाय भोरा० - अ; दडवड उढीक राय - ब,
दडबड दउढीक राय - क, दडबड दोडी कराय - उ। , ६०. गलिमें - अ, गीलीमि - क, गलिमई - उ। ६१. दिये दस दिन - अ । ६२. अति मसमस्यौं - अ, मिसिमिस्यो - ब, मिसिमिसिउ - क.।। ६३. बहबहें फूल - अ, ठावे - उ। ६४. ल्यावी. - ब, लावीनें - ड। ६५. वरण -- अ, विटल - क।