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अनुसन्धान-७६
मद फरता गलीओ वह सुंडाला सुचंग । धडकई रथ संपइ धूरा चांपइ सीस भुजंग... गयदल पयदल रथदलइ हयदल हणहणीया सेण चढी चतुरंगणी के पाला चढीया असू(स्व) चडी राजा संचरइ सुमहूंरत सुभवार तव पवनंजय आविनई आडो कीध जुहार... राज विराजो मालीपा साधो आतम काज चढ ऊतर करस्यां अम्हे बइठां न वधइ लाज... ४२ राय कुमरनइ ज्योग्यिता जांणी स्युंप्यो भार आप करई सूधई मनई श्रावक व्रत आचार... ४३
ढाल-२ : चोपाई हिव पवनंजय पहिरि सनाह आणीय अति घणुं अंग उठा(छा)ह बाप चरण प्रणमी शुभ मनेइ आवी सीख करई मा कन्हइ... ४४ माताई उहने दीधी आसीस पुत्र लहेज्यो प्रबल जगीस वहिला कुशले घरि आवज्यो वयरी जीपी सुख पावज्यो... ४५ अंजना थांभई ऊभी तिसई जाणुं प्रीउडो घरि आवस्यइ कटकाई छइ कोडि विघन विण मिलीयां किम रहस्यइं मन ४६ आस्या मोरी फलस्यई आज रंग घणो करस्यई नरराज अंतराय छूटेसइ कर्म भांजेसई सघलो मन भ्रम... ४७ परदेशनी विसमी भत्ति कुण जाणइ मिलवानी मत्ति माणस चिंतइ अवर प्रकार देव तणो विपरीत विचार... ४८ पय प्रणमी ऊठेस्यई मात वलतो मोस्युं करस्यइ वात इम चितवी तिहाथी अंजना महुल गई करि आसासना... ४९ प्रीउ वलतारी जोई वाट फूल पगरस्युं पथरी खाट सोवन थाल मोतिय भरी वधाविस्युं प्री उलट धरी...५० साम्हा जाओ लागिस पाय भलई पधार्या भीवनराय सूना मंदिरा वसा आज कोडि अम्हारां सीधां काज... ५१ ओहवा हृदय मनोरथ धरई बइठी प्रीउनउ चिंतन करइ