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________________ १५४ अनुसन्धान-७५(२) हरि सवे सूत्तना प्रतिपक्षी कीजिइं, हारे इम चउदश विस पण लिजिइं जीहो, ना० ॥४॥ हारे अवधि उपयोग ओहीनाणथी, हारे भेद असंख्य षट सामानथी जीहो, ना० । हरि अनुगामि वढमाण प्रतिपातिमें, हारे करतां इतर षट तस जातिमें जीहो, नां० ॥५॥ हारे मनना भाव लहे मनपर्यवी, हारे नुन्याधिक मानुषोतर मध्ये सवी जी हो, ना० । हारेरजूमति विपुलमति होय भेदछे, हारे केवल एकपण सहुथी अभेद,जीहो, ना० ॥६॥ हारे इम एकावन भेद एम जांणिइं, हारे मन हीणें आदि दो अनाण मांणिई जीहो ना० । हारे सुर निरयगतिइं तिन तिन छे, हारे गब्भ तिरी नरें पुन्य आधिन छे जीहो, नां०॥७॥ हारे पण मानुषमांहि पंच पामिई, हारे तस अंतराय उद्यमें वांमीइं जीहो, नां। हरि उपगारी स्व पर सुत्त एक छे, हरि हाल में इहां एह अंत छेकछे जीहो, ना० ॥८॥ हारे अष्टादश लिपी सुत्त द्रव्यनी, हारे तास बोधता भाव सुत्त सर्वनी जीहो। हरि नमें सुधर्मा पंचमां अंगमें, हां रे द्रव्य सुत विभाव असंग में जीहो, नां० ॥९॥ हारे देशदोषि क्रियाहीण एहमें, हारे नांणहीण ते दोष अछेहमें जीहो, नां। हारे द्रव्यअभ्यासें सवें भावनें वरें, हारे खेद विण महातुष परें करें जीहो, नां० ॥१०॥ हारे च्यार पुरव रहें अभिमानसुं, हरि थूलीभद्रनें वारें एह सानसुं जीहो, नां०।। हारे समभावें आसातना टालीनें, हां रे सेवो स्वपरसिद्ध संभालिने जीहो, नां० ॥११॥ हारे भवकोटी तपें अघ ना टलें, हारे ग्यांने खिण धर्ममांहि जेतुं गलें जी हो, नां० । हारे जग में जेजे भाव प्रकासिया, हां रे ते ते नाण विना न विकासिया जी हो, नां० ॥१२॥ हारे एह नांण सेवी नाणने वर्या, हारे वरदत्तादि जीव सिवें धव कर्या जीहो, नां० । हारे तेह माटे पुरणनाणी पूजतां, हां रे केसरसुं ते अघ जाय ध्रुजतां जीहो, नां. ॥१३॥ ई ही श्री. पूर्ववत् ॥ इति द्वितीय तत्त्वत्रिकें प्रथम पुजा ॥४॥ दूहा इहां सरधा कही ते सुणो, पुरव तत्व प्रतीत । तेंणेथी दरसण अनुभवी, लहें वली अक्षय वीत ॥१॥ अथ ढालः [तमे आगमपुजा करजो रे हो मनमान्या मोहनिया - ए देशी ॥] हरि दरसण पद बहु सुखदाई रे सुणजे आतम अलबेला । ए आंकणी ।
SR No.520577
Book TitleAnusandhan 2018 11 SrNo 75 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2018
Total Pages338
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size22 MB
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