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________________ जून - २०१७ आपवा बदल श्रीविजयगच्छ जैन ज्ञानभण्डार (राधनपुर)ना व्यवस्थापकश्रीनी तेमज बाबुभाई (बेडावाळा) विगेरे सुश्रावकोनी श्रुतभक्तिनी खूब अनुमोदना । कृतिकार : आगळनी प्रशस्तिमां जोया मुजब अहीं पण कविनी गुरुपरम्परा ते ज मुजब आलेखायेली छे. विशेषमां तेमणे प्रशस्ति-रचनामां सहाय करनार प्रद्युम्नसूरिजीनी परम्परानो करेलो उल्लेख जोवा मळे छे. देवानन्द मुनीन्द्रना गच्छना कनकप्रभसूरि, तेमना शिष्य प्रद्युम्नसूरि के जेओए कवि बालचन्द्रसूरिनी पासेथी पद प्राप्त कर्यु हतुं. कृतिनी ऐतिहासिक विगतोनो ढूंक सार वस्तुपाल वंश परिचय प्राग्वाटवंशीय चण्डप चण्डप्रसाद (जयश्री) सौर सोम सीता (पत्नी) (आसराज) अश्वराज विजयराज तिहुणपाल केली (बहेन) लूणिग मल्लदेव वस्तुपाल तेजपाल लीलू पातूं ललितादेवी सौख्यलता अनुपमादेवी (पत्नी) (पत्नी-१) (पत्नी-२) (पत्नी) (पत्नी) पूर्णसिंह (पुत्र) जयन्तसिंह (पुत्र) पेथड (पौत्र) बकुलदेवी लूणसिंह (पुत्री) (पुत्र)
SR No.520573
Book TitleAnusandhan 2017 07 SrNo 72
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2017
Total Pages142
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size9 MB
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