SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 216
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २०६ अनुसन्धान-७१ 'हा, मने सरस्वतीनी साधना करवाना ज सङ्केत मळता हता. नानो हतो ने मेळामां जाउं, बे पैसा मूकीने सुरती उपाडवानी होय तो हुं उपाईं त्यारे मारा भागे पेन, पेन्सिल, स्लेट, आंकनी चोपडी अq कंईक आवे. कदी रमकडं न आवे. _ 'नानो हतो त्यारे रविवर्माना दोरेला देवी सरस्वतीना चित्र आगळ ज प्रार्थना करतो.' 'तमने प्रार्थनामां श्रद्धा खरी ?' 'हा, इन्टर सायन्समां पास थयेलानी यादीमां मारो नम्बर नहीं. घरमां बधां उदास, पण हुं तो श्रद्धाथी प्रार्थना करतो रह्यो ने बीजा दिवसे तार आव्यो के ४८% मार्से हुं पास हतो. ___ 'हाइस्कूलमां पण एक वार नपास जाहेर थयो हतो त्यारे बोधिसत्त्वनी प्रार्थना करीने निशाळमां गयो त्यारे मणिभाईसाहेबना सूचनथी उत्तरपत्र खोलाव्यु ने सरवाळो चेक कराव्यो तो पासिंग मार्क्स हता.' 'तमने स्वयंस्फूरणा थाय छे ?' 'हा, अभ्यास शरु करुं ने तारतम्य पर पहोंचुं त्यारे वच्चे वच्चे क्यारेक थाय. पण मारो अभिगम सम्पूर्णपणे एक वैज्ञानिकनो रह्यो छे. मारा विशे कहेवायुं छे के एक डिटेक्टिवनी जेम हुं बधी बारीकाईथी रजेरज माहिती अकत्र करुं छु, निरीक्षण करीने प्रमाणो तारq छु ने चिन्तन करीने वकीलनी जेम दलील करुं छु. रजूआत करूं छु. ___ 'आजकाल जोईओ तेवू काम नथी थतुं. वामणा माणसोनी सङ्कुचितता आमां जवाबदार छे. सारुं थयु के हुं गुजरात बहार गयो. अमेरिकन इन्स्टिट्यूटने लीधे विपुल साधनसामग्री, स्वतन्त्रता ने सारी टीम मळी.' ___ अमेरिकन इन्स्टिट्यूट ऑफ इन्डिया स्टडीझे अमने अवोर्ड आप्यो छे. रौप्य तासक पर लख्युं छे : For the contribution to the world of knowledge. ज्ञान खातर ज्ञान से ज अमनुं जीवनध्येय रह्यं छे. १९९४मां केम्पबेल मेमोरियल गोल्ड मेडल मळ्यो छे. प्राकृत भारतीओ अवोर्ड आपीने बहुमान कर्यु छे.
SR No.520572
Book TitleAnusandhan 2016 12 SrNo 71
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2016
Total Pages316
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy