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________________ 196 एक स्तूप प्रगट थयो. सौए चमत्कार अनुभव्यो. मान्यता थई के पूर्वे दानसूरि महाराजनो आ थूभ हशे, अने तेनां पगलां खवाई जवाथी ते थूभने भूगर्भमां दाटीने ते पर आ बीजो थूभ बनाववामां आव्यो हशे. अंदरथी नीकळेल पगलां/थूभ पर क्यांय लेख नथी, तो उपरनां पगलांनों लेख पण अस्पष्टअवाच्य ज छे. दायकाओ दरम्यान कोईए ते लेख उकेल्यो होय तेवू जाणवा पण मळतुं नथी. अहीं प्रश्न ए थाय के आ शाहबागमां सौ प्रथम स्तूप तथा पगलां (वि.सं. १६५३मां कातक वदि पांचमे, अथवा १६५२मां आसो वदि पांचमे) श्रीहीरसूरि महाराजनां स्थपायां छे. ते सिवायना तमाम थूभो तो बहु पछीना छे, जे स्वाभाविक पण छे. आ संयोगोमां दानसूरिजीनो स्तूप पण - जो ते खरेखर तेमनो ज होय तो - पाछळथी ज गमे त्यारे बन्यो होय, एम ज मानवें रहे. हवे सौथी जूनो स्तूप तथा पगला ४०० वर्ष बाद पण अकबंध जळवायां होय, अने प्रमाणमां बहु पाछळथी बनेल होय तेवो स्तूप जर्जरित पण थई जाय अने तेना पर नवो स्तूप ने पगला पण लागी जाय, ए केवी रोते शक्य बने ? केम के स्तूपोना, खास करीने प्रथमना ४-५ स्तूपोना बांधकाम तथा तेमां वपरायेला पदार्थो एक ज प्रकारना लागे छे. हा, भूगर्भमांथी नीकळेल स्तूपना बांधकामना पदार्थ जरूर नबळा-बिनटकाऊ माटी-प्रकारना लागे छे. जो के ते स्तूप पण हतो तो मजबूत ज; वळी ते पर गेरुआ रंगनुं चितरामण पण हतुं. . बीजो मुद्दो ए छे के जूनां एटले के प्रथमनां ५-६ थूभनां पगलां (पादुका) काळा, पीळा पत्थरनां के माटीपत्थर (sand stone)नां छे. मात्र हीरसूरिजीनां पगलां तरीके ओळखाती पादुका ज आरसनी छे. (ते परनो लेख सदंतर भुसाई गयो छे.) आम केम ? सामान्य निरीक्षण परथी तो एम जणाय छे के गुरुनां पगलां अन्यान्य पत्थरमांथी बनावातां, अने तीर्थंकरना पगलां माटे आरस वपरातो हशे. जेम के ऊना नजीकना अजारातीर्थना मंदिरमां एक स्तूप छे, तेमां गोळाकारे आठ गुरुपादुका तथा वचमां जिनपादुका छे. ते जिनपादुका आरसनी छे, अने तेने गोळ फरती गुरुपादुकाओ अन्य पत्थरनी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.520518
Book TitleAnusandhan 2001 00 SrNo 18
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year2001
Total Pages292
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size15 MB
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