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________________ R7 क्लिष्ट कल्पना छे ; अने सामान्यतः तो सौ, सूत्रकारर्नु आमां नाम नथी, फक्त वृत्तिपरक ज 'हारिभद्री' एवो उल्लेख छे, तेवो सहेलो अर्थ ज मानवा प्रेराय. पण आ नोंधमां सूत्रकारना नाम परत्वे 'चिरन्तनाचार्यकृतं' के 'अज्ञातकर्तृकं' एवं कशुं ज छे नहि, ए नोंधपात्र बाबत छे, अने ते उपरना क्लिष्ट लागतां अर्थघटनने पुष्टि आपनारी बाबत बने छे. पण आq कांईक विचारवाने बदले कोईके आ सूत्रने, आवी नोंध जोईने, अज्ञातकर्तृक कल्पी लीधुं होवू जोइए. अने तेथी / त्यांथी ज गरबडनो आरंभ थयो हशे. आ पछी, सत्तरमा शतकमां लखायेली 'पंचसूत्र'नी बे हस्तप्रतोनी पुष्पिकाओ जोतां स्पष्ट समजाय छे के ए समयमां के एथी थोडा पहेलाना समयथी, सूत्रकार अने टीकाकार जुदा जुदा होवानी अने सूत्रकारनुं नाम अज्ञातप्राय होवाथी भ्रांति स्थिर थई गई हशे. आ पुष्पिकाओ आ प्रकारनी छे : 'समत्तं पञ्चसूत्रकं ॥ छ ॥ कृतं चिरन्तनाचार्यैर्विवृतं च याकिनीमहत्तरासूनुश्रीहरिभद्राचार्यैः॥६६ कदाच आ अरसामां लखायेली कोई बीजी हस्तप्रतोमां पण आवी पुष्पिका होय तो ते संभवित छे. अने आवा ज उल्लेखोने लीधे 'पञ्चसूत्र' ना कर्ता विशे भ्रांत धारणा अने परंपरा पेदा थई होय ए समजवू हवे अघळं नथी. आवी गरबड पेदा करनारी पुष्पिकाओनुं सीधुं परिणाम ए आव्युं के 'पञ्चसूत्रटीका' ने अंते टीकाकारे एटले के ग्रंथकारे 'पञ्चसूत्रकटीका समाप्ता' एवा वाक्यनी पछी मूकेल 'कृतिः सिताम्बराचार्यहरिभद्रस्य,धर्मतो याकिनीमहत्तरांसूनोः' ए वाक्यने 'पञ्चसूत्र'-मूळ सूत्र तथा टीका- ए बन्नेना संदर्भमां लेवाने बदले, आ वाक्य फक्त टीकापरक छे एवं मानी लेवामां आव्युं. अने, आ मान्यताने पोषण आपे तेवी बीजी बाबत ए छे के श्रीहरिभद्राचार्यनी कोईपण कृतिना अंतभागमा 'भवविरह' शब्द होय ज छे, ते आ सूत्रना अंतमां क्यांय जोवा मळतो नथी. आथी आ सूत्र भवविरहाङ्क आचार्यनुं नथी ए मान्यता वधु दृढ थई पडी. हवे ज्यारे आपणने जाण थाय छे के आ रचना 'चिरन्तनाचार्य' नी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.520511
Book TitleAnusandhan 1998 00 SrNo 11
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShilchandrasuri
PublisherKalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
Publication Year1998
Total Pages122
LanguageSanskrit, Prakrit
ClassificationMagazine, India_Anusandhan, & India
File Size5 MB
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