________________ - जिन सत्र भाग: बार-अगर वहां सावधानी न बरती, सांप की पूंछ तुम्हें फिर वहां ले आती है जहां से फिर लंबी यात्रा है। नहीं, इस जगह प्रश्न मत पूछो। इस जगह तो निष्प्रश्न होकर, लो छलांग। ध्यान लगा है, समाधि करीब है। उतर जाओ। और समाधि में सब समाधान है। इसीलिए तो उसे समाधि कहते हैं। आज इतना ही। 238 Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org