________________ प्रश्न-सार भगवान श्री के पास आते ही बुद्धि हृदय में व शब्द मौन में रूपांतरित। और सुनते समय हृदय का आंसू बनकर बहना! . घर लौटने पर यह अवस्था बनी रहेगी, संदेह। कैसे स्थिर हो यह अवस्था? आपके पास संन्यास लेने आया हूं। कल घर से पत्र मिला है कि मेरे गैरिक वस्त्र पहनते ही मेरे माता-पिता आत्महत्या कर लेंगे। वे कम शिक्षित हैं, उन्हें समझाना भी कठिन है। क्या करूं, कृपया बताएं। मा योग लक्ष्मी के वक्तव्य पर एक मित्र की बेचैनी! सभी प्रश्न गिर गये। उत्तर की भूख, प्यास, चाह नहीं। आगे क्या? सुख-प्राप्ति, महासुख-प्राप्ति की एक झलक के बाद आगे क्या? : CERIFiate JAN TRPAN E Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jamelibrary.org .org M INISTRAM