________________ प्रश्न-सार लोग आपको धर्म-भ्रष्ट करनेवाला कहते हैं, विरोध करते हैं। उनके साथ कैसे जीया जाए? जो कुछ मुझे मिला है, वह कम नहींफिर भी आखिर क्या पाकर मुझे संतोष होगा? ENTS Ma कागा सब तन खाइयो, चुन-चुन खाइयो मांस। दो नैना नहिं खाइयो, पिया मिलन की आस।। आप न जानो गुरुदेव मेरे, मैं तुम्हें पुकारा करती हूं। एक बार हृदय में छेद करो, वह क्षण मैं निहारा करती हूं।। Ban Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org: