________________ प्रश्न-सार श्याम-श्याम रटते जीवन की सांझ हो गयी है, अभी तक मेरा श्याम नहीं आया। मुझे उसके दर्शन कराना! नककटे साधु की कहानी...क्या आपके संन्यासियों की यही स्थिति नहीं है? भीतर विचारों की भीड़ है और अहंकार से विक्षुब्ध हूं...? बेमुरौअत बेवफा बेगाना-ए-दिल आप हैं।...? बहुत शुक्रिया बहुत मेहेरबानी मेरी जिंदगी में हुजूर आप आए Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org