________________ -- 1184 : जिनवाणी- जैनागम-साहित्य विशेषाङक 13. वही अ. 17 14. भगवान महावीर-एक अनुशीलन(देवेन्द्रमुनि) पृ. 241-243 15. औपपातिक सूत्र 16. ज्ञाताधर्मकथा, अ. 16 17. वही, द्वितीय श्रुतस्कन्ध में उल्लिखित नगर। 18. ज्ञाताधर्मकथा (व्यावर). पृ.16 19. यही, पृ. 29-30 20. ज्ञाताधर्मकथा, अ.9 -अधिष्ठाता, कला संकाय मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय. उदयपुर (राज.) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org