________________ 122 अनुसन्धान 50 (2) 18. पातंजलयोगः पतंजलिकृत,गीताप्रेस, गोरखपुर 19. भगवती (भगवई) : अंगसुत्ताणि 2, आ. तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान) वि.सं. 2031 20. भविष्यपुराण : (खण्ड 2) सं. पं. श्रीराम शर्मा, संस्कृत संस्थान, बरेली, 1969 21. भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान : डॉ. हीरालाल जैन, मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद्, भोपाल, 1962 22. मनुस्मृति : भाषान्तर-विष्णुशास्त्री बापट, श्री गजानन बुक डेपो, पुणे 23. महाभारत : सं. श्रीपाद दामोदर सातवलेकर. 1979 24. याज्ञवल्क्यस्मृति : (मिताक्षरासारासह), भाषान्तर-विष्णुशास्त्री बापट, दामोदर त्र्यंबक जोशी, पुणे 25. वयकहा : ब्रह्मसाधारण, सं. भागचन्द्र जैन भास्कर, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर, 1985 26. वरांगचरित : जटासिंहनन्दिविरचित, सं. ए.एन्.उपाध्ये, माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थालय समिति, मुम्बई, 1938 27. वसुनन्दिश्रावकाचार : वसुनन्दिकृत, सं. हीरालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, 1952 28. विधिमार्गप्रपा : जिनप्रभसूरिकृत, सं. जिनविजय, निर्णयसागर प्रेस, मुम्बई, 1941 29. व्रतशिरोमणी : श्रीनिवास देशिंगकर, प्र. शालिनीबाई देशिंगकर, मिरज, 1977 30. सुगन्धदशमीकहा (सुगन्धदसमीकहा) : उदयचन्द्रकृत, सं. हीरालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, 1966 31. सुत्तनिपात : सं. डॉ. भिक्षु धर्मरक्षित, मोतीलाल बनारसीदास पब्लिशर्स, दिल्ली, 1995 32. सूत्रकृतांग (सूयगड) : अंगसुत्ताणि 1, आ. तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान) वि.सं. 2031 33. स्थानांग (ठाण) : अंगसुत्ताणि 1, आ. तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूं (राजस्थान) वि.सं. 2031 34. हरिवंशपुराण : जिनसेनकृत, सं. पन्नालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, 1944 35. हरिवंशपुराण : (खण्ड 1), सं.पं. श्रीराम शर्मा, संस्कृत संस्थान, बरेली, 1968 C/0. जैन चेअर पूणे विश्वविद्यालय, पूणे (महाराष्ट्र)