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________________ अनुसन्धान 44 ५९-नियाणाना कारण कहूं. गायनइ प्रयोगइ. जूयनइ प्रयोगि. संग्रामनइ प्रयोगि. स्त्रीना पगथी. भार्याना प्रयोगथी. रागनी गोष्टिनइ प्रयोग. पारकी ऋद्धि देखीनइ. माताना द्वेष थकी. // 128 // ६०-आगति नाम महसुक्का 1 पाणय 2 लं-तगाओ 3 सहसारओ य 4 माहिंदा 5 / बंभा 5 सोहम्म 7 सणं-कुमार 8 नवमो महासुक्को 9 // 129 / / ६०-नव वासुदेव किहां थकी आव्या. महाशुक्र सातमाथी. प्राणत दशमाथी. लांतक छट्ठाथी. सहस्रार ८मा हुँती. माहेंद्र चउथा हुंती. ब्रह्म हुंती. सुधर्म हुंती. सनत्कुमार हुंती. नवमो महाशुक्र हुंती. // 129 / / 61. राम पूर्वगति नाम तिन्नेव अणुत्तरेहिं 3 तित्रेव भवे तहा महासुक्का 6 / अवसेसा 3 बलदेवा अणंतरं बंभलोगचुया 9 // 130 / / ६१-बलदेवनी पूर्वगतिना किहां हुंती आव्या. प्रथम त्रिणि बलदेव अनुत्तर विमान हुंती. आगिला तीन बलदेव महाशुक्र देवलोक हुँती. शेष त्रिणि बलदेव आंतरा रहित ब्रह्मदेवलोक पांचमा हुंती आव्या. // 130|| 62 परियाओ पव्वया(ज्जा) भावाओ नत्थि वासुदेवाणं / होइ बलाणं सो पुण पढमाणुओगाओ नायव्वो // 131 // ६२-दीक्षानओ कालमान कहइ छइ. दीक्षा लेवाना अभाव माटइ न होइ वासुदेवनइ. अनइ बलभद्र दीक्षा कालिमान प्रथमाणुयोग पूर्वगति सूत्रथी जाणिवा. // 131 // ६३-वासुदेव गति नाम एगो य सत्तमाए 1 पंच य छट्ठी 6 पंचमी एगो 7 / एगो य चउत्थीए 8 किण्हो पुण तच्चपुढवीए 9 // 132 / / ६३-वासुदेव 9 किहां गया ते कहइ छइ. प्रथम वासुदेव सातमी नरक गयओ. आगला पांच वासुदेव छट्ठी नरक. सातमो पांचमी नरक गयओ. आठमो Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.229364
Book TitleShatpanchashitika Sangrahini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDharmkirtivijay
PublisherZZ_Anusandhan
Publication Year
Total Pages18
LanguageHindi
ClassificationArticle & 0_not_categorized
File Size623 KB
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