________________ जून 2008 ___ ए पूर्वोक्त नवनाम पूर्वभवइ हूया वासुदेवना नाम. हिवइ बलदेवनाम कहिस्यउं. जिम अनुक्रमइ कहूं छउं. // 123 / / ५६-राम पूर्वभवनाम विसनंदी 1 सुबंधूए 2 सागरदत्ते 3 असोग 4 ललिए य 5 / वाराहे 6 धणसेणे 7 अपराइय 8 रायललिए य 9 // 124 // ५६-नव बलदेवना पूर्वभव कहइ. विश्वनंदी नामइ. सुबंधुक. सागरदत्त. असोग. ललितांग. वाराह. धनुसेन. अपराजित. राजा ललितांग नामि // 124 // ५७-हरि-राम पूर्वगुरु नाम संभूय 1 सुभद्द 2 सुदंसणेय 3 सेयंस 4 कण्ह 5 गंगदत्ते य 6 / सागर 7 समुद्दनामे 8 दुमसेणे य 9 अपराइ पच्छिमे // 125 / / ५७-वासुदेव-बलदेव पूर्वभवना गुरु नाम. संभूत नामा आचार्य. सुभद्र. सुदर्शन. श्रेयांस. कृष्ण. गंगदत्त. सागरनाम. समुद्रनाम. द्रुमसेन. अपराजित नवमो. // 125 // एए पुव्वायरिया कित्तीपुरिसाण वासुदेवाणं / पुव्वभवे आसि(सी)या जत्थ नियाणाइ कासीय // 126|| ए पूर्वोक्त आचार्य कीर्तिवंतपुरुष वासुदेव पूर्वभवनइ विषइ जिहां रहीनइ जिहां नियाणा कीधा. // 126 / / 58. नियाणाना ठाम महुराए 1 कणगवत्थु 2 सावत्थी 3 पोयणं च 4 रायगिहं 5 / कायंदी 6 मिहिला वि य 7 वाणारसी 8 हत्थिणपुरं च 9 // 127 / / 58. नियाणाना ठाम कहइ छइ. मथुरानगरी. कनकवस्तु. सावत्थी. पोतनपुर. राजगृहनगर. काकंदी. मिथिला नगरी, वाणारसी. हस्तिनागपुर नगर. ||127 // 59. नियाणाकारणं गावी 1 जूए य 2 संगामे 3 इत्थी 4 पाराईए य रंगंमि 5 / भज्जाणु 6 रागगुट्ठी 7 परइड्ढी 8 माउगाइ य 9 // 128 / / टि.१ सागर अने समुद्र बंने एकज नाम होय एम लागे छे. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org