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VIRVAILY
मानतुंग-मानवती कथा से सम्बन्धित चित ।
राजा मानतुंग योगिनी वेषधारी मानवती को नमस्कार कर रहा है।
तीर्थंकरों की माता द्वारा देखे जाने वाले चौदह महास्वप्न
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