________________ हमारे ज्योतिर्धर आचार्य : आचार्यश्री जीतमलजी महाराज : व्यक्तित्व वर्शन 115 . mmmmmm.titionarnir.............rrmirmirman.mmmmmmm.............................. सनम्र प्रार्थना कि भगवन् ! आप यह अनमोल वस्तु क्यों नष्ट कर रहे हैं, आपश्री ने उन्हें कहा-इन सबका सारांश मैंने एक पन्ने में लिख दिया है जो समर्थ विद्वान होगा वह उससे सब कुछ समझ जायेगा और शेष व्यक्ति इसका दुरुपयोग नहीं करेंगे / अन्त में ज्येष्ठ शुक्ला दशमी के दिन संवत् 1913 में आपका स्वर्गवास हो गया। आपश्री के वर्षावास की सूची प्राचीन पत्र के अनुसार इस प्रकार है :1. उदयपुर 2. चावर 3. जुनिया 4. बड़ोदरा 5. चित्तौड़गढ़ 6. अजमेर 7. जोधपुर 8. पाली 6. बालोतरा 10. सोजत 11. जालोर 12. जोधपुर 13. मेड़ता 14. उदयपुर 15. पाली 16. सोजत 17. विशलपुर 18. बीकानेर 16. बघेरा 20. बालोत्तरा 21. जोधपुर 22. जोधपुर 23. रूपनगर 24. जोधपुर 25. बघेरा 26. समदडी 27. जोधपुर 28. जालोर 26. पाली 30. जोधपुर 31. बालोत्तरा 32. नागौर 33. जोधपुर 34. पाली 35. जयपुर 36. जोधपुर 37. कोटा 38. बिकानेर 36. जोधपुर 40. बालोत्तरा 41. जालोर 42. उदयपुर 43. जोधपुर 44. कुचामण 45. किशनगढ़ 46. जोधपुर 47. जोधपुर 48. अजमेर 46. अजमेर 50. जोधपुर 51. सोजत 52. अजमेर 53. जोधपुर 54. किशनगढ़ 55. उदयपुर 56. जोधपुर 57. जोधपुर 58. अजमेर 56. जोधपुर 60. पाली 61. अजमेर 62. जोधपुर 63. पाली 64. जोधपुर 65. जोधपुर 66. जोधपुर 67. अजमेर / 68. अजमेर 66. जोधपुर 70. जोधपुर 71. जोधपुर 72. पाली 73. जोधपुर 74. जोधपुर 75. चौपासनी 76. जोधपुर 77. जोधपुर 78. जोधपुर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org