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२८२ पं० जगन्मोहनलाल शास्त्री साधुवाद ग्रन्थ
[खण्ड के किये ०.८ ग्राम प्रोटीन, १.२५ ग्राम वसा तथा ६५ ग्राम कार्बीहाइड्रेट प्रति किग्रा० शरीर-मार के आधार पर परिकलित भी किया जा सकता है। विशेष प्रकरणों में अतिरिक्त ऊर्जा आवश्यक होती है। कैलोरियों के अतिरिक्त, आहार को आवश्यक पोषक तत्वों की भी समुचित मात्रा में पूर्ति करनी चाहिये । इनकी दैनिक आवश्यकतायें सारणी २ में दो गई हैं।
यह स्पष्ट है कि शाकाहार से शरीर को ऊर्जा और पोषण- दोनों ही समुचित मात्रा में मिलते हैं। फिर भी, यह पाया गया है कि आय के उच्च होने पर लोग प्रोटीन और वसायें अधिक खाने लगते हैं। ग्रामीण जनता का आहार ऊर्जा की दृष्टि से समुचित होता है जब कि शहरी जन खनिज और विटामिनों की दृष्टि से पूर्ण आहार लेता है। संतुलित आहार पोषण-विज्ञान के समुचित ज्ञान और उसके अर्थशास्त्र की जानकारी के अभाव में यह असन्तुलन रहता है। ४. संतुलित शाकाहारी भोजनों के लिये सुझाव
अनेक पूर्वी और पाश्चात्य विद्वानों ने विभिन्न समूहों के लिये सन्तुलित और मितव्ययी शाकाहारी भोजनों के सुझाव के लिये प्रयोग किये हैं। इनमें से दो सारणी ३ में दिये गये हैं। यह स्पष्ट है कि भा० चिकित्सा अनु० परिषद्
सारणी २. कसोरी और पोषक पदार्थों को न्यूनतम वैनिक आवश्यकता कैलोरी/पोषक न्यूनतम आवश्यकता
स्रोत १. कैलोरी
२२४०
आधारभूत सात खाद्य २. प्रोटीन
५५ ग्राम
दाल, सेम; ०.८ ग्रा/किग्रा. ३. कार्बोहाइड्रेट
३५८ ग्राम
अन्न, कंदमूल; ६.५ ग्रा/किग्रा. ४. वसा
६९ ग्राम
घी, तल; १.२५ ग्रा./किग्रा. ५. नमक, सोडि. क्लोराइड
५.४-६.२ ग्राम
वाह्य और अंतःस्त्रोत ६. कैल्सियम
०.८ ग्राम
अन्न, दूध, फली ७. फास्फोरस
०.८ ग्राम
अन्न, दूध, फली ८. पोटेशियम
२.० ग्राम
मटर, सेम ९. आयरन, लोहा
०.०१८ ग्राम
पत्तेदार शाक १०. कापर, तांबा
०.००२-०.००५० ग्राम
सेम, ईस्ट, चाय, फल्ली ११.जिंक
०.०१५ ग्राम
काली मिर्च, कंद १२. मँगेनीज
०.००४ ग्राम
पूर्ण अन्न, फली १३. मैगनीसियम
०.३-०.४ ग्राम
चाय, काफी, पूर्णअन्न १४. कोबाल्ट, बी-१२
०.००१-०.००३ ग्राम
आलू, अन्न, दूध १५. आयोडीन
०.१०-०.१५ ग्राम
आयोडीनित नमक १६. फ्लुओरीन
०.००३-०.०३ ग्राम
दूध, सेम, चाय निष्कर्ष १७. सल्फर, गंधक
दाल, फली १८. मोलिवडीनम
अन्न, काले रंग की शाके १६. क्रोमियम
सूक्ष्म मात्रा
यीस्ट, पूर्ण अन्न २०. सेलीनियम
अन्न, फली २१. निकेल, टिन, सिलिकन तथा वैनेडियम
कार्य अज्ञात
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