SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 3
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ रचना संवत १५७५ १७ वी शती १६५६ १५-१६ शती १७ वी शती १५-१६ शती १६०८ १६५७ १६५८ आ. शांतिसागरजी जन्मशताब्दि स्मृतिग्रंथ पुराण नाम कर्ता १४ नेमिनाथ पुराण ब्र. नेमिदत्त १५ पद्मनाथ पुराण भ. शुभचन्द्र १६ पउम चरिय (अपभ्रंश) चतुर्मुख देव स्वयंभू देव पद्म पुराण भ. सोमसेन भ. धर्मकीर्ति - , (अपभ्रंश) कवि रइधू भ. चन्द्रकीर्ति ब्रह्म जिनदास २३ पाण्डव पुराण भ. शुभचन्द्र ,, (अपभ्रंश) भ. यशकीर्ति भ. श्रीभूषण वादिचन्द्र पार्श्व पुराण (अपभ्रंश) पद्मकीर्ति कवि रइधु चन्द्रकीर्ति वादिचन्द्र ३१ महा पुराण आचार्य मलिषेण , (अपभ्रंश) महाकवि पुष्पदन्त ३३ मल्लिनाथ पुराण (क) कवि नागचन्द्र ३४ पुराणसार श्रीचन्द्र ३५ महावीर पुराण कवि असग ३६ भ, सकलकीर्ति ३७ मल्लिनाथ पुराण ३८ मुनिसुव्रत पुराण ब्रह्म कृष्णदास भ. सुरेन्द्र कीर्ति ४० वागर्थसंग्रह पुराण कवि परमेष्ठी ४१ शान्तिनाथ पुराण कवि असग भ. श्रीभूषण ४३ श्री पुराण भ. गुणभद्र १५-१६ शती १६५४ १६५८ ११०४ ९१० १५ वी शती १० वी शती १६५९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.211165
Book TitleDigambar Jain Puran Sahitya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPannalal Jain
PublisherZ_Acharya_Shantisagar_Janma_Shatabdi_Mahotsav_Smruti_Granth_012022.pdf
Publication Year
Total Pages12
LanguageHindi
ClassificationArticle & Literature
File Size874 KB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy