SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 22
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir वि., लेपन विलेपनम्, लेपनन् । (ङ) सामान्य संकेत देवी ( पुरण ) म(ना)वर्षणम् = अवर्षणम्, अनावर्षणम्। अप्रचरि(लि)त = अप्रचरित, अप्रचलित। पद्म (पुराण) अनुगमनं करणं-सरणम् = अनुगमनं, अनुकरणं, पागिनि ( अष्टाध्यायी) अनुसरणन् । प्रबोध ( चन्द्रोदय) क्रोड:-डं-डा = क्रोडः, क्रोडं, क्रोडा। बदरी वशाल (यात्रा) स्पष्टी-विशदी कृ = स्पष्टीकृ, विशदीक । बृहत्कथा) बृहत्संहिता) वि, लेपनं ।' ब्रह्म ( पुराण) राज- = समास का अन्तिम पद अपेक्षित है। ब्रह्मवै ( वर्तपुराग) -परायण = समास का पूर्वपद अपेक्षित है। ब्रह्माण्ड (पुराण) इ. = इत्यादि। भवभूति ( उत्तररामचरित) उ.- उदाहरण । भविष्य (पुराण) एक. = एकवचन । भागवत ( पुराण) दे. = देखिए। मत्स्य (पुराण) द्वि. = द्विवचन । मनुसंहिता) ब. = बनाइए। मनु(स्मृति) बहु. = बहुवचन। महा(भारत) मि. = मिलाइए। (चन्द्रका ) महरौली ( अभिलेख) + = योगचिह्न । मेव(दूत) = = समानतासूचक। रघु(वश) * = स्वरचित शब्द । राजत( रंगिणी ) (च) सप्तम परिशिष्ट की संकेत-सूची रामा(यण) (विंशति) अवदान । ललितविस्तर (जन्द) अवस्ता। लिंग (पुराण) अश्वघोष ( बुद्धचरित) वर इ (पुराण) उत्तर ( काण्ड, रामायण) वामन (पुराण) उदयगिरि (चन्द्र तथा स्कन्दगुप्त के शिलालेख) | विक्रमांक ( देवचरित ) कालिका ( पुराण) विष्णु (पुराण) किराता(र्जुनीय) शत थ (ब्राह्मण) कूर्म (पुराण) शिव (पुराण) गरुड़ ( पुराण) स्कन्द (पुराण) जातक ( माला) स्वयम्भू (पुराण) त्रिकाण्ड ( शेष) हरिवंश ( पुराण) दशकुमार (चरित) ( समुद्रगुप्त की ) हरिषेण (प्रशस्ति) For Private And Personal Use Only
SR No.091001
Book TitleAdarsha Hindi Sanskrit kosha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamsarup
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year1979
Total Pages831
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy