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________________ PSPSS १. बीजकोश बीज شت ह्रीं क्ष्वीं مد ल्व द्रां ह्रीं क्लीं ब्लूं सः ये पाँच बाण के वाचक हैं। 5 अखिलेन्दु (पूर्णचन्द्र) इवीं क्ष्वीं ह्रः क्षि प स्वा ई इवीं क्ष्वीं क्रों क्ली क्ष्मं स्वाहा क्ष्म-क्लीं हा क्षिप ॐ स्वाहा खगपति, पंचाक्षर, आयास, दिशा श्री, लक्ष्मी इन्दू सुधा अक्षर अंकुश अनंगबीज पीठअक्षर वं हंस: ह्यौं च हा पर्यायवाची नाम तेज, भक्ति, विनय, प्रणव, ब्रह्म, प्रदीप, वेद, वाम, अब्ज, दहन, ध्रुव आदि, और ॐ के वाचक हैं। माय तत्व, शक्ति, लोकेश, त्रिमूर्ति और बीजेश-ये ह्रीं के वाचक हैं। कूट और कूटाक्षर पिण्ड, अमृत मूर्ति (म् ल् व् र् - यूं ) इनका संयुक्त वर्ण मल्यू है। 1 मुद्राक्षर और वाग्भव सुरभि सुरभि पृथ्वी जल अग्नि विधानुशासन 95595959695 षष्ठ प्रकरण तालिका वायु आकाश होम संज्ञक रत्न युग्मक सुधा निर्विष बीज ख खल्वाट बीज, महाशक्ति बीज निरोध बीज SP59‍5959‍SP ४९ PSPSSPP ए‍क
SR No.090535
Book TitleVidyanushasan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMatisagar
PublisherDigambar Jain Divyadhwani Prakashan
Publication Year
Total Pages1108
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size24 MB
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