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________________ 252525252525) fanguine बच्चा मर जाने वाली स्त्री के लिये रक्षा यंत्र हंस: हसः 4 भ ॐ H आ हंसः देवदत्त अ रक्षायंत्र 就会 ये 37: हंस: नाम्र पूज्यो बहि लॅरिख्या स्तस्या धस्तान्नभ स्त्रयां सं सृष्टं दक्षिणे ताद्दागिनो वामे स विदंब : बहि रष्टं दलं पद्मं किरातो दिग्दलेषु च अन्येषु दंडिनोतं स्था शक्तया त्रिर्वेष्टये द्वहि: 52525252525 एतद यंत्र शुभे स्तंत्रे गोर्मय स्वरसा निवबते सम्यग् विलिख्यतं भूर्जे पत्रे स्वर्ण शलाकया हसः ॥ १ ॥ ॥ २ ॥ 113 11 विभ्रयान्मृत वत्सायाः कंठे सा पुत्र माध्नुयात् दीर्घायुषं श्रियं क्षेमं कांति शुभगतामपि ॥ ४ ॥ यंत्र के बीच में नाम लिखकर उसके तीन तरफ तीन तीन बिन्दु सहित व्योम (हं) लिखे अर्थात् हंकारों को दक्षिण और उसीप्रकार पूर्व तथा पश्चिम (उत्तर की तरफ मुँह करने से बायें हाथ की तरफ) में लिखे । 23525852FL5«°PBಾಸಾದ
SR No.090535
Book TitleVidyanushasan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMatisagar
PublisherDigambar Jain Divyadhwani Prakashan
Publication Year
Total Pages1108
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size24 MB
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