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SSCI5015015555 विधानुशासन SOISO15050SOTI
मकारादि हकार पर्यतं में कैकाक्षरलक्षण मुदाहरिष्यामः । अब अकार से लेकर हकार तक के एक एक अक्षर के लक्षण का वर्णन करेंगे।
अः वृत्तासनं गज वाहनं हेमवर्ण कुकुम गंध लवण स्वादजंबंद्वीप विस्तीर्णं चतुर्मुख अष्टबाहुं कृष्णालोचनं जटा मुकुट धारिणं सित
वर्ण मौलिक आभरणं अतिव बलि गंभीरं पुल्लिंग मकारस्य लताणं ॥१॥ अंकार गोल आसन गजवाहन सुनहरी रंग वाला कुंकुम गंध नमक का स्वाद जंबुद्वीप में विस्तीर्ण चतुर्मुख अष्ट भुजायें काले नेत्र जटा और मुकुट धारी श्वेतवर्ण के मोतियों के आभूषण याला अत्यंत बली गंभीर और पुल्लिंग यह अकार का लक्षण है।
आ :- पद्मासनं गजव्याल वाहनं सितवर्ण शंख चक्र पद्म अंकुश धारिणं द्विमुरवं अष्टहस्तं अहि भूषणं शोभानदि महाद्युति त्रिशत सहस्रयोजन विस्तीर्ण स्त्रीलिंग आकारस्य माहात्म्य
॥२॥ आ, पद्मासन गज व्याल (सर्प) वाहन श्वेत वर्ण शंख चक्र पद्म अंकुश धारण करने वाला दो मुख आठ भुजायें सर्प का आभूषण वाला अत्यंत शोभित बहुत कांति वाला तीस सहरू योजन तक विस्तीर्ण स्त्रीलिंग यह आकार का स्वरूप है।
इ:- कूर्म वाहनं चतुरश्रासनं हेमवर्ण वज्रायुधं एक योजन विस्तीर्ण द्विगुणायाम मुत्सेधं कषाय स्वादं वज़ वैडूर्य वर्णलंकृतं मदं स्वरं नपुंसकं क्षत्रिय इकारस्टा माहात्म्य
॥३॥ कछवा वाहन चौकोर आसन, हेम वर्ण वज्र आयुध, एक योजन लंबा दुगुना चौड़ा और ऊंथा कषायला स्वाद बज और वैहुर्य के वर्ण से अलंकृत, मंदस्यरं, नपुंसक और क्षत्रिय यह इकार का स्वरूप है।
ई:-कुवलयमासनं वराह वाहनंमंदगमनं अमतरसंसुगंधंद्विभुजंफलपद्म धारिणं श्वेतवर्ण शत योजनविस्तीर्ण द्विगुणोत्सेधं दिव्य शक्तिधारिणं स्त्री लिंग ईकारस्य माहात्म्य
॥४॥ कमल का आसन वराहवाहन, मंदगमन अमृतरस, सुगंधयाला, दो भुजायें फल कमल को धारण करने वाला, श्वेतवर्ण सौ योजन चौड़ा, दो सौ योजन ऊँचा, दिव्यशक्ति धारी और स्त्रीलिंग ईकार का माहात्मय है।
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