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क्र. दिशा
पूर्व
आग्नेय
दक्षिण
नैऋत्य
पश्चिम
वायव्य
बैठक कक्ष भवन का ऐसा कक्ष होता है जहां बैठकर व्यापार व्यवसाय एवं अन्य महत्त्वपूर्ण चर्चाएं की जाती हैं। रिक्त समय में गपशप करने का भी यही स्थान होता है। इसके लिए उत्तर दिशा में बैठक कक्ष बनाना चाहिए। इससे चर्चाएं सार्थक होती हैं तथा प्रश्नों का उत्तर मिलने की आशा होती है। विभिन्न दिशाओं में बैठक कक्ष बनाने के फल
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बैठक कक्ष
Living Room
उत्तर
ईशान
वास्तु चिन्तामणि
परिणाम
उत्तम वार्तालाप, आपसी विश्वास में वृद्धि
निरर्थक वार्तालाप
मतभेद, वैमनस्य
विचार शैथिल्य एवं अश्लील भावना
उत्साहवर्धक नहीं
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आपसी नाराजगी, भ्रम
सर्वोत्तम, शांतिपूर्वक वार्तालाप, समाधान प्राप्ति
उत्तम चर्चा