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वास्तु चिन्तामणि
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गृह अपशकुन विचार
Bad Omens मासं मधुहस्तजातं शाकं मासत्रयानुलुकम्। गृधं वायस क्रूर जंतु सहिते गत्वा सुमासार्थकम्।। पक्षं वयं कपोत गोधवसते दोषंतु ये मन्दिरम्।
वयं तद्मितिर्दिनेत्पुनःहलंकारः प्रवेशांतिकृत्।। मधुमक्खी का छत्ता; कुकुरमुत्ता, खरगोश घर में प्रवेश करने के छह मास तक दोष रहता है। गोह घर में प्रवेश करने पर तीन माह तक दोषकारक होता है। गृद्धपक्षी, कौआ, उल्लू और चमगादड़ घर में प्रवेश करने के पंद्रह दिन तक दोषकारक होते हैं। इन कारणों में से किसी के उपस्थित होने पर गृहशुद्धि करके शांति विधान अवश्य कर लेना चाहिए। इसके अतिरिक्त यह भी कहा है कि
श्वानं च यमदिग्भागे तद्गृहं दुरख संभवम्। वास्तु की दक्षिणी दीवाल पर यदि कुत्ता आ जाता है तो घर में कष्ट होने की संभावना होती है।