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वास्तु चिन्तामणि
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मार्गारम्भ
1. पूर्वी ईशान में शुभ है। 2. दक्षिणी आग्नेय में शुभ है। 3. पूर्वी आग्नेय में होने पर पुरुष सदस्य शनै: शनै: महत्त्वहीन होते जाते
हैं, अपमान होता है अंतत: स्त्रियों का पुरुषों पर विशेष दबाव एवं अधिकार हो जाता है। दक्षिण नैऋाल में मारिम्भ होने पर महिलाओं को कष्ट, पागलपन, असाध्य रोग तथा आत्महत्या तक की नौबत आ सकती है।
(मार्गारम्भ के संकेतों के लिए देखिए चित्र आ-4)
मार्गारम्भ
2
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चित्र आ -4
सड़क
- मार्गारम्भ
सड़क
मार्गरम्भ कि
मार्गारम्भ