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________________ ३१ १. मॅनी ए लिटल मेक्स एमिक्ल । बूंद-बूंद से तालाब भर जाता है । २. अन्दक बन्दकले शबद व कज़रा-कतरा से गर । और ग बूंद ३. जलबिन्दुनिपातेन क्रमशः पूर्यते घटः । -- अंग्रेजी कहावत संग्रह जल की एक-एक बूंद गिरने से घड़ा भर जाता है । ४. कालेन संचीयमानः परमाणुरपि संजायते मेः । २३२ - पारसी कहावत - सुभाषितरत्न-खण्ड मंजूषा - नीतिवाक्यामृत १३० संचय करते-करते कालान्तर में परमाणु भी मेरु बन जाता है । ५. कोड़ी-कोड़ी संचलां रुपियो श्राय, कांकरे कांकरे पाल बंधाय टीपे-टीपे सरोबर भराय । ६. कोड़ो कोड़ी करतां लंक लागे । ७. कर कसर ते बीजो भाई ने बेवड़ (संग्रह) त्रीजी भाई । -- गुजराती कहावत -- राजस्थानी कहावत - गुजराती कहावत
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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