SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 698
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २० ) it 06 २०३ { परोपकार परोपकारी पात्र-कुपात्र व्याज बड़ा आदमी और बहरापन बलवान व्यक्ति बन-परानाम बुरा दुर्जनता भलाई सिज्जनता) भनाई और बुराई की अमरता ४ मन मनका तार मनका स्वभाव मनके आथित बन्ध-मोक्षादि २९६ मन के बिना कुछ नहीं ९७ मन के विषय में विविध ३१६ मन की उपमाएँ मन की मुख्यता मन की शिक्षा मनोनिग्रह मनोनिग्रह के मार्ग मनोनिग्रह से लाभ मनःशृद्धि मनःशुद्धि के अभाव में मनःशुद्धि दृष्कर महापुरुषों का पराक्रम महापुरुषों का सम्पर्क महान्पुरुषों के विषय में विविध ५५ महान् पुरुष-महात्मा ४६ याचक याचना १७१ ऋण (कर्ज) २२८ लक्ष्मी लक्ष्मी का निवास लक्ष्मी का मूल आदि लामी की नश्वरता एवं अस्थिरता लक्ष्मी के अप्रियस्थान लक्ष्मी के विवार व्यय वास्तविक धन विभिन्न प्रकार के गुण क्लिपावर-दृढ़संकल्प ३१२ शारीरिकदोष पर आधारित अधमता शूरता और कायरता शूरवीर पुरुष स्मदोष मज्जन (सत्पुरुष) राज्जाद-दुर्जन वा अन्सर सज्जनों का स्वभाव सत्संगति सज्जनोंके स्वभावकी निचलता सत्संगति का प्रभाव समर्थपूरुष २३२ गति के अनुसार गुण-दोष ४५ सुपात्रदान ज्ञानदान २६४ 4 D Mrma OF ' ० ० ८ ० M' Or ० ७७ ४ मंग्रह ४ ट्र
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy