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________________ २६६ अपमृत्वकला के बीज मैडिना' गत ६० सालों से नहीं सोया है। वह २४ घण्टे काम करके तिगुना बेतन प्राप्त करता है । मैडिना २४ घण्टों में दो बार नाश्ता, दो बार लच तथा दो बार डिनर खाता है। -हिन्दुस्तान, २८ सितम्बर, १९६४ १४. जोधपुर में 'भोपालचन्दजी लोढ़ा के सरकारी आरोप लगने से, दिल पर ऐसा धक्का लगा कि वे बेहोश हो गये। ७ वर्ष बाद एक दिन अचानक ताने आई और उनकी बेहोशी दूर हो गई। -जोधपुर में श्रुत १५. भारत के प्रसिद्ध साइकिल-चालक एवं कलाकार 'श्री एम. कुमार जौनपुरी' ने हिण्डौन में लगातार १०४ घण्टे तक साइकिल चलाने का सफल प्रदर्शन कर हजारों दर्शकों की प्रशंसा अजित की। उनके बिबिध प्रदर्शनों को देखने के लिये चार दिनों तक गांवों तथा नगर के हजारों लोगों का तांता लगा रहा। श्री जौनपुरी ने साइकिल चलाते हुए स्नान करना, ब-त्र बालना, जलपान करना आदि अनेक रोचक कार्यक्रम प्रदर्शित किये । -हिन्दुस्तान, २४ अगस्त, १९७१ १६. बेल्जियम का 'अलाइस द मिमी' नामक ढोल बजाने वाला सुबह छः बजे से शाम के छः बजे तक लगातार आधे घण्टे को खाने की छूट्टी के अलाबा) ढोल बजाता था और इन बारह एंटों में ५५ मील पैदल चलता था। -सरिता, अंक ३६५, सितम्बर, १९७१ १७. पिलबर्न के विलियम हेगरी' नेत्रहीन थे पर उन्होंने अंधेपन
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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