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________________ १२ मनुष्य जन्म की श्रेष्ठता १. मनुष्यजन्म से ही मुक्ति मिल सकती है, अतः यह जन्म सर्वश्रेष्ठ है। २. स्वर्ग के देवता भी इच्छा करते हैं कि हमें मनुष्यजन्म मिले, आर्य देश मिले और उत्तम कुल मिले । स्थानांग ३।३११७८ ३. जैसे सामग्री के अभाव में राजमहल की अपेक्षा खेत की झोपड़ी अच्छी है, उसी प्रकार धर्मसामग्री का अभाव होने से स्वर्ग की अपेक्षा मनुष्यलोक श्रेष्ठ है। कहा जाता है कि भक्ति से प्रसन्न होकर गोपियों के लिए इन्द्र ने विमान भेजा, तब गोपियों ने कहा'बज बहावं मारे बकुछ न थी जावु' त्यां नंदनोलाल क्या थी लावू । --वष्णवी मान्यता ४. अमेरिका के डाक्टर श्रीमर कहते हैं कि तुम्हारा भार उठानेवाली पृथ्वी से स्वर्ग को अधिक मानो तो तुम्हें इस पृथ्वी पर पैर भी नहीं रखना चाहिए। ५. मनुष्य जीवन अनुभव का शास्त्र है। -विनोबा ६. मनुष्यजीवन की तीन बड़ी घटनाएँ विवाद से पूर्णतया परे है-जन्म, विवाह और मृत्यु ।
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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