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________________ पाँव भाग : चौथा कोष्ठक ८. मेंढक (क) महेन्द्रगंज में एक बड़ा पेंढक १८ इञ्च लम्बे सांप के साथ लड़ा एवं उसे मार कर निगल गया | - बम्बई समाचार, २७ सितम्बर १९५० (ख) दक्षिणी अमेरिका में एक प्रकार का मेंढक पांच फूट लम्बे सांप को खा जाता है । — २२६ ---काम्बिनो, मई, १६६४ १. जलजन्तु - (क) देवमासा मछली तीन दिन में ८०० माइल तेरती हैं। बम्बई समाचार, २१ अगस्त १६५० सनी और १४० टन भारी (ख) जोश मली १४० होती है। उसके मुंह में २४ हजार दाँत होते हैं । तीन-तीन सौ दांतों की ८० कतारें होती हैं । - नवभारत टाइम्स २८ मार्च १९५१ - (ग) अमरीका का समुद्री घोषा प्रति वर्ष ४० करोड़ अण्डे देता है। कुछ सीपियाँ और खर हैं, जो प्रतिदिन ४१ हजार एवं एक वर्ष में १४४ करोड़ अण्डे देते हैं। -कादश्विनी, मई, १९६४ J १०. कई अन्य पशु-पक्षी (क) पशुओं में चीता ७० मील प्रतिघंटा दौड़ सकता है, किन्तु अधिक लम्बा नहीं दौड़ सकता । - साप्ताहिक हिन्दुस्तान ३१ अक्टूबर १९७१ '
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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