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पाँचवां भाग पहला कोष्टक
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१ अक्षुद्र, २ रूपवान् ३ प्रकृतिसौम्य ४ लोकप्रिय, ५ अक्रूर ६ पापभीरु, ७ अशठ (छल नहीं करनेवाला), सदाक्षिण्य ( धर्मकार्य में दूसरों की सहायता करनेवाला), ६ लज्जावान, १० दयालु ११ राग परहित (मध्यस्थभाव में रहनेवाला), १२ सौम्यष्टिवाला, १३ गुणरागी, १४ सत्मकथन में रखनेवाले श्रमिकपरिवारयुक्त १५
रुचि
मुदीचंदर्शी
१६ विशेषज्ञ, १७ वृद्ध महापुरुषों के पीछे चलनेवाला, १ विनीत, १६ कृतज्ञ ( किए हुए उपकार को समझनेवाला), २० परोहा करनेवाला, २१ लब्धलक्ष्य (जिसे लक्ष्य की प्राप्ति प्रायः हो गई हो ।)
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