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________________ सलाह लेना जरूरी ! १. एकश्चार्थान्न चिन्तयेत्। -विदुरनीति १०५१ मनुष्य को चाहिए कि अकेला किसी विषय का निश्चय न कारे ! अर्थात् दूसरे की सलाह ले । धन स्वालगे हुज नॉट मेक ए समर। -अंग्रेजी कहावत अकेला चना माड़ नहीं फोड़ता ! ३. एक ही एक सौ एकला, बे मिल बाबन बीर ! सह काहै अन्न ऊपर मुदो, पिण न सरै विण नीर ! ४. एक पर एक ग्यारह। -हिन्दी कहावत ५. पुराने जमाने में पगड़ी सुधने का रिबाज था । तत्व यह था-कोई सलाह देनेबाला न हो तो पगड़ी स ही सलाह ले लो अर्थात् काम करने से पहले कुछ समय सोचलो ! ६. सलाह तो अनेक लेते हैं, पर उससे लाभ उठाना तो बुद्धिमान ही जानता है। --साइरस
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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