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चंपाइ कामदेवा । जमानज्जो सुसाक्गो जाओ ॥ उग्गोनल अरस-कंचणकोमीण जो मामी ॥ ३४ ॥ कामीए चुनणिपिया सामान्नज्जा य गोनला अझ ॥ चनवीसकणयकोही । सवाणसिरोमणी जाओ ॥ ३० ॥ कासी सुरादेवो । धन्ना लज्जा य गोनना उच्च ॥ कणयचारसकामी । गहिअवा सावो जाओ ॥ ३॥ आनन्तिप्राणयरीण । नामणं चुनसयगो सट्ठा ॥ बहुझा नामेण पिया। रिकि से कामदेवसमा ॥ १० ॥
श्री उपदेशरत्नाकर..
चंपानगरीमा कामदेव नामना उत्तम श्रावक हतो, के जैन नद्रा नामे बी हनी; नया व गोकुलो हना, अने ने अढार क्रोम सोना मोहागेनो स्वामी दृता ।। 39 | काशीनगीमां चुननी पिना नाम श्रावक || हता. नेने झ्यामा नाम बी हनी, नया अाउ गोकुया हता. अने चोवीय क्रीम सोना मोहोगे देनी पास हुनी, | | नय! ते श्रावक्रोम शिरोमणि हतो. ॥ ७॥ वळी काशीनगर मां मुगदेव नाम श्रावक हनो. तन धना नामे |
बी हती. नया गोकुनो हना, अटार काम माना मोहाग नेनी पामे हनी. नश ने ग्रनधारी श्रावक हना । || आनंजिका नगरमा चुनशनक नामे श्रावक हनो. नने बहुना नाम बी हती, नया तेनी कागदेव जेटली ऋद्धि हनी ॥ ४० ॥