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पाथा :
तिर्यग्लोकाधिकार
गावार्थ:-हमीपे मर्यात डेवतोप में स्थित क्षेत्रों का माकार तो शकटोलिका अर्थात गाड़ी के पहिये के सहय है तथा वहाँ के कुलाचलों का अभ्यन्तर आकार अङ्क मुख एवं बाह्य बाकाय क्षुरप्रसंस्थान सदृश है ॥ १२ ॥
विशेषा:-धातकी खण्ड और अर्ष पुष्कर बर द्वीप में क्षेत्र का आकार गाड़ी के पहिये के यो धारों के बीच के आकार सदृश है तथा पर्वतों का आकार पहिये के आरों सदृश है । जिनके अभ्यन्तर की ओर का आकार अङ्ग मुख और बाघ की ओर का आकार खरपा मुख है। जिसका चित्र निम्न प्रकार है:
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घा
महामिन
मना
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मप पातकीसहपुष्करायोः पर्वतावनक्षेत्रमनुवदन् तयोः परिधीमानयति--
दुगचउरट्ठहसगइगि दुकला चउरहपंचपणविणि | चाकलमणापरा आणादिममजापरिमपरिहि ।।९२८॥