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पाया:७६०
नरतिर्मग्लोकाधिकार
इसु। प्रने पक्पमापकुरुचविष्कम्मे १२:
१ ० बु. २२५०° नभिः समानछेवं कृत्वा २०१७" होनं हत्वा " चतुर्गरिखतेषुल्य ११° पञ्चम्यानि होनराश्यने VA.. स्थापयिता १०१४०१०१००० ताशिस्य हारं १७१ चतुर्गणितेषुस्पनबान सम मभिरपवत्म १९ तविषुस्पहारेण १६ सपतितहारे १९ पुणिते ५६१ कुरक्षेचे बीषायाः कृति: स्यात् ...xy222001 सम्मूलं गृहीत्वा 10000०° स्वहारेण भक्त कुरक्षेत्रे जीवा स्यात् ५३००० । पाए १२५१०० कृति ५०५३१११०००० पभिर्गुणपिस्वा ५०३०००००° एतस्मिन रागोसत्र जीवाकृती २०१४११००००० युते सति 98922000 घनुकृति: स्यात् । तt मूल गृहीत्वा 142 स्वहारेण भक्त ६०४१ कुरुक्षेत्रस्य चापं स्यात् । प्रागानीलबाणकृति ५०० ११०००० मुलं गृहीत्वा १२५०० हारेण भक्त ११८४२ कुरुक्षेत्रस्य बाएं स्यात् ॥ ७६. ।
गाथाएं :-वारण ( इषु ) से होन वृत्त विष्कम्भ को चौगुणे वारण से गुणित करने पर जीवा की कृति होती है, तथा छह गुणी वारणकृति उस जीवाकृति में मिलाने में धनुष कृति होती
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विशेषार्थ :-वर्गरूप राशि का नाम कृति है । जम्बूद्वीप में देवकुरु उत्तरकुरु का आगे कहे जाने वाले श्रुत्त विष्कम्भ का प्रमाण १५.७५४९० योजन है तथा कुछ क्षेत्र के पारण का प्रमाण २२११०० घोजन है, इसे ( माज्य भाजक को ) ६ मे समच्छेद करने पर ( २२५४०x)- २०१११०० योजन हए। इन्हें कुरु क्षेत्र के इस विष्कम्भ में से घटाने पर १२.१७४१० - २०२७१००.० ९० योजन अवशेष रहे, इसको घौगुणे वाण अर्थात् (२२५४ )= २०१९०० से गुणित करने पर (1003. x २०११00 }- 70x94180००० योजन हुए । अथवा गुणकार Fo० योजन की पांचों विन्दु गुण्य ० ० योजनों के साथ स्थापित कर देने से २०१४012००००० हए और घोष बचे । इस १७१ भागहार को ९ से अपवर्तन करने पर १ प्राR हुए, सब गुण्य और गुण्यमान दोनों के भागहारों को परस्पर गुणित करने से ( १९x१६ )-३६१ भाग हार प्राप्त हुआ, अतः १.१४०४९०००००० योजन देवकुरु, उत्तरकुम की जीवा को कृति का प्रमाण प्राप्त होता है। इसका वर्गमूल निकालने पर १०००° हुआ, इसमें अपने भागहार का भाग देने पर ५३... योजन देवकुरु जनर कुरु को जीवा का प्रमाण मान हुआ।
कुरु क्षेत्र के वाण का प्रमाण २२५९०० योजन को कृति ( वर्ग ) करने पर ( २२५१००४ २२११०) =५०६२५००.०० योजन हुए तथा इन्हें छह से गुणित करने पर ( ५०६२५...००४
- ३०३७५०००.०० योजन हुए यही छह गुणो वाण को कति का प्रमाण है। इस राशि को जीवा को कति में जोड़ देने पर ( १०१४०४९०००००० + ३० ३७५०००००००)= १३१७७६६.००...
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