________________
गया।
वैमानिकलोकाधिकार
४४५
१० योजन पश्चिम
A
का
NAL
सओं ro-आसरा सानायक
आगत
पिदर अम्म
attenti
सामानक24
पष्टीवर देवो 2004 सुखाmya
सौधर्मेन्द्र
ReaAT
अक्षक
दक्षिण
आसम
१०० योजन
eGUFGaala
परिभरना
rrorआमंत्र
मतानिनोक 03.मसत्र
इन्द्रासन की आठों दिशामो' में लोकपालादि देवों के आसनों का प्रमाण:
#
देवों के नाम | पूर्व
आग्नेय |
दक्षिण | नैऋत्य | पश्चिम | वायव्य | उत्तर ईशान
लोकपाल
सोम का
यम का एक
.
.
फुवेर का
वरुण का | एक
एक
मासन
२ पारिषद
१२००. धान्य. परिमध्य, प. बाप. |
३३
प्रासन
पाचन
प्रायस्त्रिश सेनानायक
सामानिक ६ सनुरक्षक
५४००
.
IE४०००