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प्रथम पृथ्वी के प्रेणीबद्ध बिलों की संख्या सिद्ध करने के लिए यन्त्र
। मिद हुए प्रथम पृथ्वी के श्रेणीबद्ध बिचों को संश्या
का स्पष्ट विबरण
माथा: ५५
कमांक इन्द्रक नाम
दिग्गंत
विदिग्गत
दिशाओं में से एक कम करने पर
किया हमा प्रमाण
दोनों का मिला कर
अधिक धन
मादिघन
पय धन
ALLIA
.
सोमन्त |४.
x xxt-१४८४४१४,४४८१४४३६x ERRECECRE३६% निरय | ४ x ४/४५४४४-१=.४४१४] ४७xcrxx४/३६४८EEEEEEEEEEE |E0/
RE: IEEEEE८४ रौरव |४.४४ ४६४४४-१=४६x४tx४] ४६४८१४४४३६४८EREEEEEE६८ पE८४
४६x४४५४४४६-१=४५४४१४४ | ४५४८१४४४३६ x = [RRENE= ३६- | ८८८८८८ उद्धान्त ४५४४४४४४४५-१४५४४१४४|४४४८१४४४३६४ - ECREERE १६८ | VERSEE संभ्रान्त | ४९x४,४३४४४४-१४३४४१४४ | ४३ ४२४४४३६४८८८८
| REE असंभ्रांत | ४३४४, ४२४४४३-१-४२४४१४४ | ४२४४४४४३६४८ ८८८८८
CERCE विभ्रात| ४२४४४१४४४२-१-४१४४१४४४१x१४४४४३६४८८
६८ त्रस्त ]४१४४४०४४४१-१=४०४४१४४|४२४८१४४४३६xe
CIEEEER असित [४०x४३६x४४.--१=uxxx ४ | ३६४१४४४३६४८८ ३६- | ८८८८८८ ११ वक्रान्त | ३६x४३८४४३६-१=३८४४१४४ | ३८४६१४४४३६४८८
३६८६८८ १२) अवका. ८४४३७४४३८-१-३७४४१४४ | ३०xxx ४३६x7F
३६- IEEEEE|४ १३ विक्रान्त | ३७४४ ३६४४३७-१-३६४४१४४ | ३ix१४४४३६x
२६.
८ERY पोग फल ( ३६xc+Ex६+४) ४१३४.४१३४०
कोकसामान्याधिकार