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विषय कर्मके मल भेद बन्धके भेद प्रकृतिबन्ध और प्रदेशबन्ध स्थिति और अनुभागबन्ध प्रकृतिबन्धके भेद और स्वरूप कर्मप्रकृसियोंके उत्तरभेद कर्मों की स्थिति अनुभागबन्ध कर्मफलदान्प्रक्रिया कमोक १० करण ।अवस्थाएँ)
१. बन्ध २. उत्कर्षण ३. अपकर्षण ४. सत्ता ५. उदय ६. उदीरण ७. संक्रमण ८. उपशान्त ९. निधत्ति १०. निकाचना । पुनर्जन्म जन्म-भेद योनि और शरीर लोक-स्वरूप लोकके भेद अधोलोक : स्वरूप और विस्तार मध्यलोक : स्वरूप और विस्तार षटकालोंमें भोगभूमि और कर्मभूमि व्यवस्था ज्योतिषो देव , वर्णन उर्व लोक लोकस्थिति आध्यात्मिक दृष्टि : पदार्थ-विवेचन
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विषय-सूची : ३६