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तालिका विचररण
विषय
'जम्बूदीप की जगती तथा उस पर स्थित बेबी एवं वेदी के पार्श्व भागों में स्थित बावड़ियों का प्रमाण लघु-व्येष्ठ पुत्रं पयषु सम
जम्बूदीप की परिधि क्षेत्रफल तथा द्वारों के अन्तरका प्रमाण क्षेत्र कुलचन्नों के विस्तार सादि का विवरण भरतक्षेत्र और विजयार्थ के व्यास जीवा, मनुम, भूमिका तथा पाकवं मुजा का प्रमाण
गंगा-सिन्नविषों से सम्बन्धित प्रणाली, कुण्ड एवं द्वीप का विस्तार
आवलि से यक्ष पर्यन्त व्यवहार काम को परिभाषाएं संख्या प्रमाण
भोगभूमि जीवों का संक्षिप्त वंभव
सुषमा- सुषमा आदि तीन कालों में बायु माहारादि करे वृद्धि हानि का प्रदर्शन
कुलकरोंके उत्सेध, ग्रायु एवं अन्तरका आदिका विवरण श्रीश्री तोरों की प्रागति, जन्म विवरण एवं वंशादि का निरूपण
चौबीस तीर्यको के बन्यान्तर, बायु कुमारकाल, उत्सेव ad राव्यकास एवं भिल निर्देश
२४ तीर्थंकरों के वैराग्य का कारण और दीमा का सम्पूर्ण विवरण
२४ तीर्थकरों का प्रस्वकाम केवलज्ञान उत्पत्ति के मास समादि तथा केवलज्ञानोत्पत्ति का अन्तरकाल समवसरणों, सोपानों, भीषियों पर वैदियों का प्रमाण
इलियास प्रासाद- प्रथम पृथिवी एवं नाट्यमाणार्थीका प्रमारा पीठों का विस्तार मावि एवं सोवियों का प्रमाण मास्तम्भों का बाहुल्य एवं ऊंचाई
प्रातिका जादि क्षेत्रों का प्रमाण
बेदी, वस्मीभूमि, कोट, कंस्य प्रासाद एवं उपवनभूमि
का प्रमाण
स्तम्भों, ध्वजदण्डों एवं ध्वजभूमियों का तथा तृतीय कोट का प्रमाण
कहगनुओं, नालाबों, स्तूपों, कोठों आदि का प्रमाण
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१२६
१४६ १५८-१५६
१७४- १७५
१६००१३१
२०२-२०१
२१२-२१५
२२३
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२३२
२४०
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२५.३
२६१
गावा सं०
१४-१७, ११-२१,
२२-२४
२९-३४
५१-७४
१७ १०४ १०८
१६६
२१७-२२६
१०७-२६५
गद्य भाग
३२४-२०१
३२४-४२७
४२८-५१०
५१-५५७
५६०-६१२
६१४-६१८
६५०-६७६
६०२-०११
४२४७४०
७५४-७६५
७७७-७८२
७८३-७८६
०२ - ८०
०७-८२२
८२६-६३६
८४८६३