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१५२ )
तिलोयपणसी
[ गापा : २५२३
b)
जेम्थ-हीप
तेसो वर - बीषा, ब - संहि रहेहि रमनिम्मा ।
फल हुसुम-भार-भरिया, रसेहि महरेहि सनिलेहि ॥२५२३॥
मर्थ :-वे सब उत्तम द्वीप मधुर रस वाले फल-फूसोंके भारसे युक्त बन-खण्डों पौर अलसे परिपूस तालाबोंसे रमणीय है ॥२५२३॥
१. ८. ३. क. ३. भविस।