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तिलोयपणतो [ गाथा : १४६२-१४६६ :-मोमावलि रुद्रका संयमसाल सत्ताईस लाख छयासठ हजार बहसौ अड़सठ पूर्वप्रमान है ।।१४६१॥
सत्तावोसं लक्षा, खाबदिठ-सहस्स-छस्स-प्राहिया । चावट्ठी पुष्वागि, भीमावलि • भंग - तव - कालो ॥१४६२॥
मर्ष:- भीमावलि हाका मङ्ग-तप काल सत्ताईस लाख छपासठ हजार सहसो खपासठ पूर्व-प्रमाण है ॥१४६२॥
तेवीस पुष - सक्ला, साद्वि-सहस्स-ससय छावट्ठी । विवसत्तू - कोमारो, तेत्तिय - मेतोय भंग-सब-कालो ।।१४६३।।
1 पुत्र २३६६६६६ । २३६६६६६ । मार:-जितशत्रु रुखका तेईस पास छयासठ हमार छहसो पासठ पूर्व प्रमाण कुमारकाल और इतना हो भङ्ग-तप काल है ।।१४६३।।
तेवीस पुष - लम्ला, छापाद्व-सहस्स-छसय-पडसट्ठी । संगम • काल - पमागं, एवं शिवसत - इट्स्स ॥१४६४॥
__ 1 पृ २३६६६६८ । प्र :- जितमा साके संयमकालका प्रमाण तेईस लास पासठ हजार छाहसी बासठ पूर्व है ॥१४६४1
छावट्ठी - सहस्साई', छायटमहिय - छत्सयाई पि । पुष्वान कोमारो, विण • कालो य रहस्स | |
।पु६६६६६ । ६६६६६।। म :--तृतीय कद नामक हाका कुमारकाल और विनय-संयम कास पासठ हजार ग्रह सौ छमासठ पूर्व प्रमाण है ॥१४६५।।
छावटि • सहस्साई, पुवामं अस्तपागि अडसहो । संजम - कास • पमाणं, सहम · रहस्स णिद्दिष्ट ।।१४६६।।
१ पु ६६६६८।