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________________ ४२६ ] तिलोयपणतो [ गाथा : १४६२-१४६६ :-मोमावलि रुद्रका संयमसाल सत्ताईस लाख छयासठ हजार बहसौ अड़सठ पूर्वप्रमान है ।।१४६१॥ सत्तावोसं लक्षा, खाबदिठ-सहस्स-छस्स-प्राहिया । चावट्ठी पुष्वागि, भीमावलि • भंग - तव - कालो ॥१४६२॥ मर्ष:- भीमावलि हाका मङ्ग-तप काल सत्ताईस लाख छपासठ हजार सहसो खपासठ पूर्व-प्रमाण है ॥१४६२॥ तेवीस पुष - सक्ला, साद्वि-सहस्स-ससय छावट्ठी । विवसत्तू - कोमारो, तेत्तिय - मेतोय भंग-सब-कालो ।।१४६३।। 1 पुत्र २३६६६६६ । २३६६६६६ । मार:-जितशत्रु रुखका तेईस पास छयासठ हमार छहसो पासठ पूर्व प्रमाण कुमारकाल और इतना हो भङ्ग-तप काल है ।।१४६३।। तेवीस पुष - लम्ला, छापाद्व-सहस्स-छसय-पडसट्ठी । संगम • काल - पमागं, एवं शिवसत - इट्स्स ॥१४६४॥ __ 1 पृ २३६६६६८ । प्र :- जितमा साके संयमकालका प्रमाण तेईस लास पासठ हजार छाहसी बासठ पूर्व है ॥१४६४1 छावट्ठी - सहस्साई', छायटमहिय - छत्सयाई पि । पुष्वान कोमारो, विण • कालो य रहस्स | | ।पु६६६६६ । ६६६६६।। म :--तृतीय कद नामक हाका कुमारकाल और विनय-संयम कास पासठ हजार ग्रह सौ छमासठ पूर्व प्रमाण है ॥१४६५।। छावटि • सहस्साई, पुवामं अस्तपागि अडसहो । संजम - कास • पमाणं, सहम · रहस्स णिद्दिष्ट ।।१४६६।। १ पु ६६६६८।
SR No.090505
Book TitleTiloypannatti Part 2
Original Sutra AuthorVrushabhacharya
AuthorChetanprakash Patni
PublisherBharat Varshiya Digambar Jain Mahasabha
Publication Year
Total Pages866
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Geography
File Size12 MB
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