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श्री यतिवृषभाचार्य विरचिता तिलोप्पण्णत्ती-प्रथम खण्ड
. ( प्रथम तीन महाधिकार )
पुरोवाक् : जपमालाल जैन साहित्याचार्य, सागर ! म.प्र.)
भाषा टीका: पायिका १०५ भी गिगुगमती मातामो
सम्पादम: में. चेतमप्रकाश पाटनी, जोषपुर (राज.)
प्रकाशक 1
भी भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा
प्राप्ति स्थान : केन्द्रीय साहित्य मण्डार भी भारतीय दिगम्बर जैन महासभा 10/३ नई धान मण्डी, कोटा ( राज)
कहसरतपया,
६. सन् १९८४ ]
प्रथम संस्करण वीर निर्वाग संवत २५१०
[वि.सं. २०४०
मुद्रक :
पाँचलाल जैन कमल प्रिन्टर्स, मदनगंज-किशनगढ़ (राज.)