________________ 548 ग्रन्थसतविवरण पवयणसाझे-प्रवचनसार, एक 238 | विश्वलो०-विश्वलांचनकोश पं नास्ति-पञ्चास्तिकाय 187 | वैशे०-वैशेषिकसूत्र पा० धातुपा-याणिनिधातुपाठ 241, शा. व्या:-शाकटायम व्याकरण 98.123,131 पाम भा०-पातसलमहाभाष्य 199 / पटग्वं 0 अ०- पटखंडागम अल्पबहुल्य 41,42, पा महा०-पात अलमहाभाष्य 43,44,41, 46,47,48,49,5.51. पात-पात खल महाभाग्य 53,54,55,56 पात. महा.- पातञ्जलमहाभाष्य 176 | षटर्ख० का - पटखंडागम काल 32,34.35,36 पा० सू०- पाणिनिसूत्र 72,79,86,178, 37,38,39.40 188,198,119,231,233 पटखं० खु०-पटवागम खुदक बंध 41 पुरुषार्थसि० -पुरुषार्थसिद्धथुपाय 190 / पखं० खे० -घटखंडागम खेत्ताणुगम 23,14,25 এবিছা 0 –সনিষ্ঠা 86 | पटवाटा - पटखंडागम 14,15,16.17,35 मार्गदर्शक आचनिधााविधिसागर जी महाराजपर्ख० द्र- पनडागम द्रव्य 17,18,19,21, प्रमाणवा० -प्रमाणवार्तिक 22.13 प्रचार्तिकाल-प्रमाण वार्तिकालवार 3 पटव० घरटी खे-पटरवंडागम प्रा न्या०-प्रशस्तपाद व्योमवती | धनलाटीका खेत्ताणुगम बारस अण. बारस अणुवस्या 88,89,60, 'पटुम्ब 7 को -पटम्बंडागम फोसणागम 26,28,29,30,31. बृहत्स्व इलोक० -वृहस्वयम्भू पटक मा-पट्वंदागम भावाणुगम 52,53 201.2.2.211 / पद् समु०- पदर्शनसमुच्चय बोधया-बोधपाहुइ 219,238 / सम्भति- सम्मतितर्क 0 आरा---गवती आराधना सवार्थः, स० मि.-साथ सिद्धि 8,9,17.3... महावंध 37,54,66, मूलाचा-मलाचार 8.,96,138,206,209, 220,239 यश. क-यशस्तिलक कल्य 3,5,83,22,239, सं श्रुतभा-संस्कृत अतभक्ति 223 255,256.257 सागारध०-सागारधामृत यश० पू० मस्तिलक पूर्वाध सांस्पका-सांस्यकारिका योगमा०- योगभाष्य सिद्धभः-सिद्धभक्ति यांगसू०- योगसूत्र सिद्धिवि. -सिद्धिविनिश्चय रनक-रत्नकरराइभावकाचार 91,228,230, 245, 246,247,255.308 स हिता वराङ्गन- बराङ्गचरित्र 124 | सौन्दर०-सोन्दरनन्द काध्य वसु. सा- बतुनन्दिारका चार 160 बरि० - हरिवंश पुराण 71 . UN