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श्रीमद् भट्टाकलङ्कदेव प्रणीत
स्वरूपसम्बोधन-पञ्चविंशति:
कन्नड़ टीका श्री महासेन पंडितदेव
संस्कृत टीका केशववर्य
अज्ञातकर्तृक संस्कृत टीका (परिशिष्ट क्रमांक चार में)
सम्यादन - अनुवाद एवं विशेष व्याख्या
डॉ० सुदीप जैन
अध्यक्ष, जैनदर्शन विभाग श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रिय संस्कृत विद्यापीठ
(मानित विश्वविद्यालय) नई दिल्ली -110016
1995 ई०