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पृष्ठ संख्या
पंक्ति
२५७ २६१
पलिखम् स्फुर्जर दोषोध नित्यं मद्य गोरचरा संसारेमेन
शुद्ध मबिलम् स्फुर्जज दोषोष मित्यमा बोचरा संसारमेन
बदौ
वृद्धों
२१२ २९३
२९४ २९४
पराङ्गन राबकृति संहाया निदधामि मुद्धत्य
२९७ २१८
पराङ रविकृत सहामा विदधामि मुद्ध त्य खड्गः बच्चाल सङघम्
२९८
जञ्चपल
सस लजार
लवार
रावत
३.१
रावता तहि अवि . सुपरिते भियेव
ता सुपरित
भियेवा