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________________ श्री सु " fr ५७१ ता वैराग्य नहीं मया । राज्यावस्थामें मरण किया सो महातम नाम, सप्तम लोक-पातालमें पधारे। ८ । नौवें, महापद्म चक्री । ताकी आयु, तीस हजार वर्ष । तामें कुमारकाल, पांच सौ वर्ष । माण्डलिक पद, पांच सौ वर्ष । तीन सौ वर्ण, दिग्विजय । चक्री पद, अट्ठारह हजार सात सौ वर्ष संयमकाल, दश हजार वर्ष । थाही में मुनिपद् अरु केवलपद पाय, पोछे सिद्ध भये । दशवें सुषेण चक्री । तिनकी आयु, छब्बीस हजार वर्ण । तामें कुमारकाल, सवा तीन सौ वर्ष दिग्विजय डेढ़ सौ वर्ष चक्रीपद, पच्चीस हजार एक सौ पचत्तरि वर्ण । संयमकाल, साढ़े तीन सौ वर्ष । तामें दीक्षा अरु केवलज्ञान दोऊ जाय गये। पोछे मोक्ष गये । २०३ ग्यारहवें जयसेन चक्री । तिनकी आयु चौबोस सौ वर्ष । तामैं कुमार-काल, सौ वर्ण दिग्विजय, सौ वर्ष चक्री पदराज्य, अट्ठारह सौ वर्ष । संयम-काल केवलज्ञान सहित च्यारि सौ वर्ष । १२ । बारहवां ब्रह्मदत्त चक्री । ताकी आयु, सात सौ वर्ष । ये चक्री नेमिनाथके पोछे, अरु पाश्र्वनाथके पहिले इस जन्तरालमें भये । सी इनका कुमारकाल, अद्वाबीस वर्ष । माण्डलिक पद, छप्पन वर्ष दिग्विजय, सोलह वर्ष । चक्री पदका राज्य, छह सौ वर्ष इस दीक्षा नहीं सीनी। राज्यपद मरण करि, सप्तमी माघवी धरा पधारे। १२ । यह बारह चक्रीकी, आयुकी, विगत कही। सो इनमें, जाठ चक्की तौ सिद्ध भये । दोय, स्वर्ग लोक गए। दोय पाताल-धरा पधारे। आगे नव, अर्द्धचक्रीनका कथन कहिए है- प्रथम वासुदेव त्रिपिष्ठको आयु. चौरासी लाख वर्ष। तामें कुमारकाल पच्चीस हजार वर्ष । दिग्विजय काल एक हजार वर्ष । अरु राज्यपद तियासी लाख चुहत्तर हजार वर्ष । २ । दूसरा वासुदेव द्विपिष्ठ । ताको आयु बहत्तर लाख वर्ष । तामें कुमार काल पच्चीस हजार वर्ष । मण्डलेश्वर पदका राज्य पच्चीस हजार वर्ष । दिग्विजयका काल सौ वर्ष । अरुं वासुदेव पद इकत्तरि लाख गुणचास हजार नौ सौ वर्ष । २। तीसरा वासुदेव स्वयम्भू ताकी आयु साठ लाख वर्ष। ताका कुमारकाल पचीस सौ वर्ष । अरु मालिक पद पचीस सौ वर्ष । दिग्विजय नब्बे वर्ष। अरु तिन खंडका राज्य गुणसठि लाख चौरानवें हजार नव सौ दश वर्ष । ३ । अरु चौथा वासुदेव पुरुषोत्तम । ताकी आयु तीस लाख वर्ष । तामै कुमार- काल सात सौ वर्ष । माण्डलीक राज्य-पद तेरा सौ वर्ष दिग्विजय अस्सी वर्ष । तीन खण्डका राज्य गुणतीस लाख सत्थानवें हजार नव सौ बीस वर्ष 181 पञ्चम वासदेव सुदर्शन। ताकी आयु दश लाख वर्ष । तामें १७१ G रं 14 9
SR No.090456
Book TitleSudrishti Tarangini
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTekchand
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages615
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size16 MB
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