SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 15
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ इलोक ० २८५ २८७ ३-७ ', LSV لا ० لل ० x لم ० ११-१३ ३०७ ० १५. ( २४ ) पञ्चम अधिकार विषय सल्लेखना का लक्षण सल्लेखना को प्रयत्न के साथ सल्लेखना विधि सल्लेखना के पांच अतिचार सल्लेखना का फल निःश्रेयस का लक्षण निःश्रेयस-मोक्ष में रहने वाले पुरुषों का निर्देश अभ्युदय का लक्षण ग्यारह प्रतिमा का निर्देश दर्शन. प्रतिमा का स्वरूप व्रत प्रतिमा का स्वरूप सामायिक प्रतिमा का स्वरूप प्रोषधोपवास प्रतिमा का स्वरूप सचित्त त्याग प्रतिमा का स्वरूप रात्रि भुक्ति त्याग प्रतिमा का स्वरूप ब्रह्मचर्य प्रतिमा का स्वरूप आरम्भ त्याग प्रतिमा का स्वरूप परिग्रह त्याग प्रतिमा का स्वरूप अनुमति त्याग प्रतिमा का स्वरूप उद्दिष्ट त्याग प्रतिमा का लक्षण श्रेयोज्ञाता का स्वरूप रत्नकरण्ड की आराधना का फल अंतिम कामना 0 rem ३१५ 0 ३२३ mm r m mm or r m ३२७ Mr mm) W W २ ३३६ W २६ ३४० ३४१ २
SR No.090397
Book TitleRatnakarand Shravakachar
Original Sutra AuthorSamantbhadracharya
AuthorAadimati Mata
PublisherBharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad
Publication Year
Total Pages360
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy